• संसद के शीतकालीन सत्र में महिला आंगनबाड़ी कर्मियों का मानदेय बढ़ाने का मुद्दा उठाएंगे सांसद जगदंबिका पाल • आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं का कब बनेगा आयुष्मान कार्ड
हिन्द सागर प्रलोका,सम्बाददाता, बस्ती, यूपी: बिना मोबाइल फोन एवं डाटा पैक उपलब्ध कराए पोषण ट्रेकर पर जबरन कार्य कराए जाने से नाराज़ आंगनबाड़ी कार्यकत्रियो ने महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ जनपद शाखा बस्ती के तत्वावधान में बाल विकास परियोजना सल्टौवा गोपालपुर की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने स्थानीय मदन मोहन मालवीय इन्टर कॉलेज में जिला मंत्री सरोज शुक्ला के अध्यक्षता में रविवार को बैठक करके समस्याओं का समाधान ना होने पर आन्दोलन पर जाने का फैसला लिया।
उपस्थित कार्यकत्रियों को सम्बोधित करते हुए महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के मण्डल अध्यक्ष शिवसागर पाण्डेय ने कहा कि जब आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को शत-प्रतिशत कार्य मोबाइल फोन के माध्यम से पोषण ट्रेकर पर करना है तो ऐसे में विभाग द्वारा बिना मोबाइल फोन उपलब्ध कराए अल्प मानदेय भोगी महिला आंगनबाड़ी कार्यकत्री बहनों को स्वयं का फोन खरीद कर अपने पास से डाटा पैक लेकर फीडिंग का कार्य करे यह तो गुलामों की तरह कार्य लेने, ना करने पर मानदेय रोकने एवं सेवा समाप्त करने की धमकी दे कर काम कराया जाना गुलामी के समान है, संगठन इसे कदापि बर्दाश्त नहीं करेगा।
संगठन के जिला संरक्षक एवं ट्रेंड यूनियन नेता कामरेड के.के. श्रीवास्तव ने कहा कि वर्तमान मंहगाई एवं देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा प्रदेश में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं का मानदेय बहुत ही कम है जिस पर ना तो केन्द्र सरकार और ना ही प्रदेश की सरकार ही ध्यान दे रही है, उन्होंने बताया कि सांसद जगदंबिका पाल से बात हुई है संसद के मानसून सत्र में उनके द्वारा देश भर में कार्यरत महिला आंगनबाड़ी कर्मियों का मानदेय सम्मानित स्तर तक बढ़ाए जाने की मांग करेंगे।
जिला मंत्री सरोज शुक्ला ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि आंगनबाड़ी कर्मियों का मानदेय बढाया जाय तथा सेवा निवृत्ति आंगनबाड़ी कर्मियों को ग्रेच्युटी का भुगतान तथा वर्ष में 15 दिनों का मेडिकल अवकाश मानदेय सहित दिया जाय, उन्होंने यह भी कहा कि वार्ता के दौरान डीपीओ ने अश्वासन दिया था कि आंगनबाड़ी कर्मियों का आयुष्मान कार्ड परियोजनाओं पर कैम्प लगा कर बनवाया जायेगा, किन्तु ऐसा नहीं किया गया, उन्होंने आंगनबाड़ी बहनों की एकता, सदस्यता शुल्क देने, एवं जिला स्तरीय सम्मेलन की तैयारी करने पर बल प्रदान किया।
इसके अतिरिक्त रीता त्रिपाठी, सरोज चौधरी,कल्पना, सुनीता, कमला देवी, मंजू त्रिपाठी, मीरा, नीलम शुक्ला, मिथिलेश, गीता देवी,उसला देवी, अखिलेश, शुभावती, अर्चना,ममता, पूर्णिमा, गंगोत्री,रीता मिश्रा, उषा मिश्रा, बिन्दू,सुशीला, सहित अन्य लोगों ने अपने विचार रखे।