सैकड़ों लोगों को मिला त्वरित समाधान धर्मडम विधानसभा कार्यालय में आयोजित हुआ जनसंवाद कार्यक्रम
हिन्द सागर प्रालोका,राज्य : केरल | ज़िला : कन्नूर।स्रोत : एजेंसी न्यूज़ , मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने रविवार को एक सराहनीय पहल करते हुए आम जनता से सीधे मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं और निवेदन स्वीकार किए। यह जनसंवाद कार्यक्रम धर्मडम विधानसभा क्षेत्र स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 500 से अधिक लोगों ने भाग लिया और अपनी समस्याएं मुख्यमंत्री को सौंपीं।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से रविवार पूर्वाह्न का समय निर्धारित किया था, ताकि अधिक से अधिक लोग अपनी समस्याएं सीधे उन तक पहुँचा सकें। इस अवसर पर महिलाएं, वरिष्ठ नागरिक, किसान और विभिन्न वर्गों के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे।
कार्यक्रम को सुव्यवस्थित ढंग से आयोजित करने के लिए टोकन प्रणाली अपनाई गई थी, जिससे लोगों को शांतिपूर्वक और संगठित रूप से अपनी बारी पर मुख्यमंत्री से मिलने का अवसर मिला।
निवेदन में रोजगार, पेंशन, चिकित्सा सहायता, भूमि विवाद, आवास, शिक्षा, सार्वजनिक सेवा योजनाएं आदि से संबंधित समस्याएं सामने आईं। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक व्यक्ति से संवाद करते हुए निवेदन पढ़ा और त्वरित रूप से हल किए जा सकने वाले मामलों को तुरंत संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भरोसा दिलाया कि जिन मामलों में अधिक जांच की आवश्यकता है, उन पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी और संबंधित विभागों को निर्देश भेजे जा चुके हैं। इस दौरान कई लोगों की समस्याओं का स्थल पर ही समाधान किया गया, जिससे लोगों में संतोष और उत्साह देखा गया।
हालांकि यह आयोजन धर्मडम विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों के लिए आयोजित किया गया था, लेकिन अन्य क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। मुख्यमंत्री ने सभी को धैर्यपूर्वक सुना और हर नागरिक को उचित सम्मान और उत्तर दिया।
फोटोग्राफ में देखा जा सकता है कि एक वृद्ध महिला अपने निवेदनपत्र को मुख्यमंत्री को सौंपते हुए मुस्कुरा रही हैं, जबकि मुख्यमंत्री भी आत्मीयता के साथ निवेदन स्वीकार कर रहे हैं। यह दृश्य आमजन से मुख्यमंत्री के गहरे जुड़ाव और जनसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यह जनसंवाद कार्यक्रम एक लोकतांत्रिक, पारदर्शी और उत्तरदायी प्रशासन का उत्कृष्ट उदाहरण बना, जिसने जनता और सरकार के बीच विश्वास को और भी प्रगाढ़ किया है। मुख्यमंत्री की यह पहल राज्य के अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।